Cross Reference Matthew 1:18 in Urdu 18 अब ईसा' मसीह की पैदाइश इस तरह हुई कि जब उस की माँ मरियम की मंगनी यूसुफ़ के साथ हो गई: तो उन के एक साथ होने से पहले वो रूह-उल क़ुद्स की क़ुदरत से हामिला पाई गई।
Matthew 1:20 in Urdu 20 “ वो ये बातें सोच ही रहा था, कि ख़ुदावन्द के फ़रिश्ते ने उसे ख़्वाब में दिखाई देकर कहा,“”ऐ यूसुफ़”” इब्न -ए दाऊद अपनी बीवी मरियम को अपने यहाँ ले आने से न डर; क्यूँकि जो उस के पेट में है, वो रूह- उल -कुद्दूस की क़ुदरत से है।”
Matthew 3:11 in Urdu 11 “ ““मैं तो तुम को तौबा के लिए पानी से बपतिस्मा देता हूँ, लेकिन जो मेरे बाद आता है मुझ से बड़ा है; मैं उसकी जूतियाँ उठाने के लायक़ नहीं' वो तुम को रूह -उल कुददूस और आग से बपतिस्मा देगा। “
Matthew 28:19 in Urdu 19 पस तुम जा कर सब क़ौमों को शागिर्द बनाओ और उन को बाप और बेटे और रूह-उल-कुद्दूस के नाम से बपतिस्मा दो।
Mark 12:36 in Urdu 36 दाऊद ने ख़ुद रूह -उल -क़ुद्स की हिदायत से कहा है‘ख़ुदावन्नद ने मेरे ख़ुदावन्द से कहा; मेरी दहनी तरफ़ बैठ जब तक में तेरे दुश्मनों को तेरे पावँ के नीचे की चौकी न कर दूँ।’
Mark 13:11 in Urdu 11 लेकिन जब तुम्हें ले जा कर हवाले करें तो पहले से फ़िक्र न करना कि हम क्या कहें बल्कि जो कुछ उस घड़ी तुम्हें बताया जाए वही करना क्यूँकि कहने वाले तुम नहीं हो बल्कि रूह- उल क़ुद्दूस है।
Luke 1:15 in Urdu 15 क्यूँकि वह खुदा के नज़्दीक अज़ीम होगा। ज़रूरी है कि वह मय और शराब से परहेज़ करे। वह पैदा होने से पहले ही रूह-उल-क़ुद्दूस से भरपूर होगा|
Luke 1:35 in Urdu 35 फ़रिश्ते ने जवाब दिया, “रूह-उल-क़ुद्दूस तुझ पर नाज़िल होगा, खुदावंद की कुदरत का साया तुझ पर छा जाएगा। इस लिए यह बच्चा क़ुद्दूस होगा और खुदा का बेटा कहलाएगा।
Luke 1:41 in Urdu 41 मरियम का यह सलाम सुन कर इलीशिबा का बच्चा उस के पेट में उछल पड़ा और इलीशिबा ख़ुद रूह-उल-क़ुद्दूस से भर गई।
Luke 1:67 in Urdu 67 और उस का बाप ज़किरयाह रुह-उल-कुद्दूस से भर गया और नबुव्वत की राह से कहने लगा कि :
Luke 2:25 in Urdu 25 और देखो, यरूशलीम में शमा'ऊन नाम एक आदमी था, और वो आदमी रास्तबाज़ और खुदातरस और इस्राईल की तसल्ली का मुन्तिज़र था और रूह-उल-कुद्दूस उस पर था |
Luke 3:22 in Urdu 22 “ और रूह-उल-क़ुद्दूस जिस्मानी सूरत में कबूतर की तरह उस पर नाज़िल हुआ और आसमान से ये आवाज़ आई : ““तू मेरा प्यारा बेटा है, तुझ से मैं खुश हूँ |""”
Luke 11:13 in Urdu 13 पस जब तुम बुरे होकर अपने बच्चों को अच्छी चीज़ें देना जानते हो, तो आसमानी बाप अपने माँगने वालों को रूह-उल-कुद्दूस क्यूँ न देगा |
Luke 24:49 in Urdu 49 और मैं तुम्हारे पास उसे भेज दूँगा जिस का वादा मेरे बाप ने किया है। फिर तुम को आस्मान की ताक़त से भर दिया जाएगा। उस वक़्त तक शहर से बाहर न निकलना।”
John 2:22 in Urdu 22 ““"पस जब वो मुर्दों में से जी उठा तो उसके शागिर्दों को याद आया कि उसने ये कहा था;और उन्होंने किताब-ए-मुक्द्दस और उस कौल का जो ईसा'ने कहा था,यकीन किया”” |”
John 6:45 in Urdu 45 नबियों के सहीफ़ों में ये लिखा है: 'वो सब ख़ुदा से ता'लीम पाये हुए लोग होंगे|'जिस किसी ने बाप से सुना और सीखा है वो मेरे पास आता है-
John 7:39 in Urdu 39 उसने ये बात उस रूह के बारे में कही,जिसे वो पाने को थे जो उस पर ईमान लाए;क्यूँकि रूह अब तक नाज़िल न हुई थी,इसलिए कि ईसा'अभी अपने जलाल को न पहुँचा था|
John 12:16 in Urdu 16 उस वक़्त उस के शागिर्दों को इस बात की समझ न आई। लेकिन बाद में जब ईसा' अपने जलाल को पहुँचा तो उन्हें याद आया कि लोगों ने उस के साथ यह कुछ किया था और वह समझ गए कि कलाम-ए-मुक़द्दस में इस का ज़िक्र भी है।
John 14:16 in Urdu 16 और मैं बाप से गुज़ारिश करूँगा तो वह तुम को एक और मददगार देगा जो हमेशा तक तुम्हारे साथ रहेगा
John 15:26 in Urdu 26 जब वह मददगार आएगा जिसे मैं बाप की तरफ़ से तुम्हारे पास भेजूँगा तो वह मेरे बारे में गवाही देगा। वह सच्चाई का रूह है जो बाप में से निकलता है।
John 16:7 in Urdu 7 लेकिन मैं तुम को सच बताता हूँ कि तुम्हारे लिए फ़ाइदामन्द है कि मैं जा रहा हूँ। अगर मैं न जाऊँ तो मददगार तुम्हारे पास नहीं आएगा। लेकिन अगर मैं जाऊँ तो मैं उसे तुम्हारे पास भेज दूँगा।
John 16:13 in Urdu 13 जब सच्चाई का रूह आएगा तो वह पूरी सच्चाई की तरफ़ तुम्हारी राहनुमाई करेगा। वह अपनी मर्ज़ी से बात नहीं करेगा बल्कि सिर्फ़ वही कुछ कहेगा जो वह ख़ुद सुनेगा। वही तुम को भी ।मुस्तकबिल के बारे में बताएगा
John 20:22 in Urdu 22 फिर उन पर फूँक कर उस ने फ़रमाया, “रूह-उल-कुद्दुस को पा लो।
Acts 1:2 in Urdu 2 उस दिन तक जिसमें वो उन रसूलों को जिन्हें उसने चुना था रूह-उल- क़ुद्दूस के वसीले से हुक्म देकर ऊपर उठाया गया |
Acts 1:4 in Urdu 4 और उनसे मिलकर उन्हें हुक्म दिया, “यरूशलीम से बाहर न जाओ, बल्कि बाप के उस वा'दे के पूरा होने का इन्तिज़ार करो, जिसके बारे में तुम मुझ से सुन चुके हो ,
Acts 1:8 in Urdu 8 लेकिन जब रूह-उल-क़ुद्दूस तुम पर नाज़िल होगा तो तुम ताकत पाओगे; और यरूशलीम और तमाम यहूदिया और सामरिया में, बल्कि ज़मीन के आख़ीर तक मेरे गवाह होगे|
Acts 2:4 in Urdu 4 और वो सब रूह-उल-क़ुद्दूस से भर गए और ग़ैर ज़बान बोलने लगे, जिस तरह रूह ने उन्हें बोलने की ताक़त बख़्शी ।
Acts 2:33 in Urdu 33 पस ख़ुदा के दहने हाथ से सर बलन्द होकर, और बाप से वो रूह-ुउल-क़ुद्दूस हासिल करके जिसका वा'दा किया गया था, उसने ये नाज़िल किया जो तुम देखते और सुनते हो ।
Acts 5:3 in Urdu 3 मगर पतरस ने कहा, “ऐ हन्नियाह! क्यूं शैतान ने तेरे दिल में ये बात डाल दी, कि तू रूह-उल-क़ुद्दूस से झूट बोले और ज़मीन की क़ीमत में से कुछ रख छोड़े।
Acts 7:51 in Urdu 51 ऐ मग़रूर, दिल और कान के नामख़्तूनों, तुम हर वक़्त रूह-उल-क़ुद्दूस की मुख़ालिफ़त करते हो; जैसे तुम्हारे बाप दादा करते थे,वैसे ही तुम भी करते हो।
Acts 7:55 in Urdu 55 मगर उस ने रूह -उल-क़ुद्दूस से भरपूर होकर आसमान की तरफ़ ग़ौर से नज़र की, और ख़ुदा का जलाल और ईसा' को ख़ुदा की दहनी तरफ़ खड़ा देख कर कहा ।
Acts 11:16 in Urdu 16 और मुझे ख़ुदावन्द की वो बात याद आई, जो उसने कही थी “यूहन्ना ने तो पानी से बपतिस्मा दिया मगर तुम रूह -उल -क़ुद्दूस से बपतिस्मा पाओगे।
Acts 13:2 in Urdu 2 जब वो ख़ुदावन्द की इबादत कर रहे और रोज़े रख रहे थे, तो रूह-उल-क़ुद्दूस ने कहा, “मेरे लिए बरनबास और साऊल को उस काम के वास्ते मख़्सूस कर दो जिसके वास्ते में ने उनको बुलाया है।”
Acts 13:4 in Urdu 4 पस, वो रूह-उल-क़ुद्दूस के भेजे हुए सिलोकिया को गए, और वहाँ से जहाज़ पर कुप्रुस को चले।
Acts 15:8 in Urdu 8 और “ख़ुदा” ने जो दिलों को जानता है उनको भी हमारी तरह रूह -उल -क़ुद्दूस दे कर उन की गवाही दी।
Acts 15:28 in Urdu 28 क्यूँकि रूह-उल-क़ुद्दूस ने और हम ने मुनासिब जाना कि इन ज़रुरी बातों के सिवा तुम पर और बोझ न डालें
Acts 16:6 in Urdu 6 और वो फ़रोगिया और गलतिया के इलाक़े में से गुज़रे, क्यूँकि रूह-उल-क़ुद्दूस ने उन्हें आसिया में कलाम सुनाने से मना किया।
Acts 20:28 in Urdu 28 पस, अपनी और उस सारे गल्ले की ख़बरदारी करो जिसका रूह -उल क़ुद्दूस ने तुम्हें निगहबान ठहराया ताकि “ख़ुदा” की कलीसिया की गल्ले कि रख वाली करो, जिसे उस ने ख़ास अपने ख़ून से ख़रीद लिया ।
Acts 20:35 in Urdu 35 मैंने तुम को सब बातें करके दिखा दीं कि इस तरह मेंहनत करके कमज़ोरों को सम्भालना और “ख़ुदावन्द ईसा” की बातें याद रखना चाहिये,उस ने ख़ुद कहा, देना लेने से मुबारक है।
Acts 28:25 in Urdu 25 जब आपस में मुत्तफ़िक़ न हुए, तो पौलुस की इस एक बात के कहने पर रुख़्सत हुए; कि रूह -उल क़ुद्दूस ने यसा'याह नबी के ज़रिये तुम्हारे बाप दादा से ख़ूब कहा कि।
Romans 5:5 in Urdu 5 और उम्मीद से शर्मिन्दगी हासिल नहीं होती क्यूँकि रूह -उल- क़ुद्दूस जो हम को बख़्शा गया है उसके वसीले से ख़ुदा की मुहब्बत हमारे दिलों में डाली गई है।
Romans 14:17 in Urdu 17 क्यूँकि ख़ुदा की बादशाही खाने पीने पर नहीं बल्कि रास्तबाज़ी और मेल मिलाप और उस ख़ुशी पर मौक़ूफ़ है जो रूह -उल -क़ुद्दूस की तरफ़ से होती है।
Romans 15:13 in Urdu 13 पस ख़ुदा जो उम्मीद का चश्मा है तुम्हें ईमान रखने के ज़रिए सारी ख़ुशी और इत्मीनान से मा'मूर करे ताकि रूह- उल क़ुद्दूस की क़ुदरत से तुम्हारी उम्मीद ज़्यादा होती जाए।
Romans 15:16 in Urdu 16 कि मैं ख़ुदा की ख़ुशख़बरी की ख़िदमत इमाम की तरह अंजाम दूँ ताकि ग़ैर क़ौमें नज़्र के तौर पर रूह- उल क़ुद्दूस से मुक़द्दस बन कर मक़्बूल हो जाएँ।
1 Corinthians 2:10 in Urdu 10 लेकिन हम पर ख़ुदा ने उसको रूह के ज़रिए से ज़ाहिर किया क्यूँकि रूह सब बातें बल्कि ख़ुदा की तह की बातें भी दरियाफ़्त कर लेता है।
1 Corinthians 6:19 in Urdu 19 क्या तुम नहीं जानते कि तुम्हारा बदन रूह- उल - क़ुद्दूस का मक़दिस है जो तुम में बसा हुआ है और तुम को ख़ुदा की तरफ़ से मिला है? और तुम अपने नहीं।
1 Corinthians 12:3 in Urdu 3 पस मैं तुम्हें बताता हूँ कि जो कोई ख़ुदा के रूह की हिदायत से बोलता है; वो नहीं कहता कि ईसा मला'ऊन है; और न कोई रूह उल -कुद्दूस के बग़ैर कह सकता है कि ईसा' ख़ुदावन्द है।
2 Corinthians 6:6 in Urdu 6 पाकीज़गी से, इल्म से, तहम्मुल से, मेहरबानी से, रूह उल क़ुद्दूस से, बे-रिया मुहब्बत से,
2 Corinthians 13:14 in Urdu 14 ख़ुदावन्द ईसा' मसीह का फ़जल और ख़ुदा की मुहब्बत और रूह-उल-क़ुद्दूस की शिराकत तुम सब के साथ होती रहे |
Ephesians 1:13 in Urdu 13 और उसी में तुम पर भी, जब तुम ने कलाम-ए-हक़ को सुना जो तुम्हारी नजात की ख़ुशख़बरी है और उस पर ईमान लाए, वादा की हुई पाक रूह की मुहर लगी।
Ephesians 1:17 in Urdu 17 कि हमारे ख़ुदावन्द ईसा' ' मसीह का ख़ुदा जो जलाल का बाप है, तुम्हें अपनी पहचान में हिक्मत और मुकाशफ़ा की रूह बख़्शे;
Ephesians 4:30 in Urdu 30 और ख़ुदा के पाक रूह को ग़मगीन न करो, जिससे तुम पर रिहाई के दिन के लिए मुहर हुई।
1 Thessalonians 1:5 in Urdu 5 इसलिए कि हमारी ख़ुशख़बरी तुम्हारे पास न फ़क़त लफ़ज़ी तौर पर पहुँची बल्कि क़ुदरत और रूह-उल-क़ुद्दूस और पूरे यक़ीन के साथ भी चुनाँचे” तुम जानते हो कि हम तुम्हारी ख़ातिर तुम में कैसे बन गए थे।
1 Thessalonians 4:8 in Urdu 8 पस, जो नहीं मानता वो आदमी को नहीं बल्कि“ख़ुदा”को नहीं मानता जो तुम को अपना पाक रूह देता है ।
2 Timothy 1:14 in Urdu 14 रूह -उल -क़ुद्दुस के वसीले से जो हम में बसा हुआ है इस अच्छी अमानत की हिफ़ाज़त कर।
Titus 3:5 in Urdu 5 तो उस ने हम को नजात दी; मगर रास्तबाज़ी के कामों के ज़रिये से नहीं जो हम ने ख़ुद किए, बल्कि अपनी रहमत के मुताबिक़ पैदाइश के ग़ुस्ल और रूह-उल-क़ुद्दूस के हमें नया बनाने के वसीले से।
Hebrews 2:4 in Urdu 4 और साथ ही ख़ुदा भी अपनी मर्ज़ी के मुवाफ़िक़ निशानों, और 'अजीब कामों, और तरह तरह के मो'जिज़ों, और रूह-उल-क़ुद्दूस की ने'मतों के ज़रि'ए से उसकी गवाही देता रहा |
Hebrews 3:7 in Urdu 7 पस जिस तरह कि रूह-उल-क़ुद्दूस फ़रमाता है, “अगर आज तुम उसकी आवाज़ सुनो,”
Hebrews 9:8 in Urdu 8 इस से रूह-उल-क़ुद्दूस दिखाता है कि पाकतरीन कमरे तक रसाई उस वक़्त तक ज़ाहिर नहीं की गई थी जब तक पहला कमरा इस्तेमाल में था।
Hebrews 10:15 in Urdu 15 रूह-उल-क़ुद्दूस भी हमें इस के बारे में गवाही देता है। पहले वह कहता है,
1 Peter 1:12 in Urdu 12 उन पर ये ज़ाहिर किया गया कि वो न अपनी बल्कि तुम्हारी ख़िदमत के लिए ये बातें कहा करते थे,जिनकी ख़बर अब तुम को उनके ज़रिये मिली जिन्होंने रूह-उल-क़ुद्दुस के वसीले से, जो आसमान पर से भेजा गया तुम को ख़ुशख़बरी दी; और फ़रिश्ते भी इन बातों पर गौर से नज़र करने के मुश्ताक़ हैं|
2 Peter 1:21 in Urdu 21 क्योंकि नबुव्वत की कोई बात आदमी की ख़्वाहिश से कभी नहीं हुई ,बल्कि आदमी रूह-उल-क़ुद्दुस की तहरीक की वजह से ख़ुदा की तरफ़ से बोलते थे |
1 John 2:20 in Urdu 20 और तुम को तो उस क़ुद्दूस की तरफ़ से मसह किया गया है ,और तुम सब कुछ जानते हो |
1 John 2:27 in Urdu 27 और तुम्हारा वो मसह जो उसकी तरफ़ से किया गया ,तुम में क़ायम रहता है; और तुम इसके मोहताज नहीं कि कोई तुम्हें सिखाए ,बल्कि जिस तरह वो मसह जो उसकी तरफ़ से किया गया ,तुम्हें सब बातें सिखाता है और सच्चा है और झूठा नहीं ;और जिस तरह उसने तुम्हें सिखाया उसी तरह तुम उसमे क़ायम रहते हो |
1 John 5:7 in Urdu 7 और जो गवाही देता है वो रूह है ,क्यूँकि रूह सच्चाई है |
Jude 1:20 in Urdu 20 मगर तुम ऐ प्यारों! अपने पाक तरीन ईमान में अपनी तरक़्क़ी करके और रूह-उल-क़ुद्दूस में दु'आ करके ,
Revelation 2:11 in Urdu 11 जिसके कान हों वो सुने कि रूह कलीसियाओं से क्या फ़रमाता है | जो ग़ालिब आए, उसको दूसरी मौत से नुक्सान न पहुँचेगा |