Matthew 9:13 in Urdu 13 मगर तुम जाकर उसके मा'ने मा'लूम करो ‘मैं क़ुर्बानी नहीं बल्कि रहम पसन्द करता हूँ।’क्यूँकि मैं रास्तबाज़ों को नहीं बल्कि गुनाहगारों को बुलाने आया हूँ।”
Other Translations King James Version (KJV) But go ye and learn what that meaneth, I will have mercy, and not sacrifice: for I am not come to call the righteous, but sinners to repentance.
American Standard Version (ASV) But go ye and learn what `this' meaneth, I desire mercy, and not sacrifice, for I came not to call the righteous, but sinners.
Bible in Basic English (BBE) But go and take to heart the sense of these words, My desire is for mercy, not offerings: for I have come not to get the upright, but sinners.
Darby English Bible (DBY) But go and learn what [that] is -- I will have mercy and not sacrifice; for I have not come to call righteous [men] but sinners.
World English Bible (WEB) But you go and learn what this means: 'I desire mercy, and not sacrifice,' for I came not to call the righteous, but sinners to repentance."
Young's Literal Translation (YLT) but having gone, learn ye what is, Kindness I will, and not sacrifice, for I did not come to call righteous men, but sinners, to reformation.'
Cross Reference Matthew 3:2 in Urdu 2 “तौबा करो, क्यूँकि आस्मान की बादशाही नज़दीक आ गई है।”
Matthew 3:8 in Urdu 8 पस तौबा के मुताबिक़ फ़ल लाओ।
Matthew 4:17 in Urdu 17 उस वक़्त से ईसा' ने एलान करना और ये कहना शुरू किया “तौबा करो, क्यूँकि आस्मान की बादशाही नज़दीक आ गई है।”
Matthew 11:20 in Urdu 20 वो उस वक़्त उन शहरों को मलामत करने लगा जिनमें उसके अकसर मो'जिज़े ज़ाहिर हुए थे; क्यूँकि उन्होंने तौबा न की थी।
Matthew 12:3 in Urdu 3 उसने उनसे कहा “क्या तुम ने ये नहीं पढ़ा कि जब दाऊद और उस के साथी भूके थे; तो उसने क्या किया?
Matthew 12:5 in Urdu 5 क्या तुम ने तौरेत में नहीं पढ़ा कि काहिन सबत के दिन हैकल में सबत की बेहुरमती करते हैं; और बेक़ुसूर रहते हैं?
Matthew 12:7 in Urdu 7 लेकिन अगर तुम इसका मतलब जानते कि ,‘मैं क़ुर्बानी नहीं बल्कि रहम पसन्द करता हूँ। तो बेक़ुसूरों को क़ुसूरवार न ठहराते।
Matthew 18:10 in Urdu 10 ख़बरदार! इन छोटों में से किसी को नाचीज़ न जानना। क्यूँकि मैं तुम से कहता हूँ; कि आसमान पर उनके फ़रिश्ते मेरे आसमानी बाप का मुँह हर वक़्त देखते हैं।
Matthew 19:4 in Urdu 4 उस ने जवाब में कहा , “क्या तुम ने नहीं पढ़ा कि जिसने उन्हें बनाया उसने शुरू ही से उन्हें मर्द और औरत बना कर कहा?
Matthew 21:28 in Urdu 28 तुम क्या समझते हो? एक आदमी के दो बेटे थे‘ उसने पहले के पास जाकर कहा, बेटा जा, और बाग़ में जाकर काम कर।’
Matthew 21:42 in Urdu 42 “ईसा' ने उन से कहा, “क्या तुम ने किताबे मुक़द्दस में कभी नहीं पढ़ा‘जिस पत्थर को मे'मारों ने रद्द किया, वही कोने के सिरे का पत्थर हो गया ; ये ““ख़ुदावन्द”” की तरफ़ से हुआ और हमारी नज़र में अजीब है।?”
Matthew 22:31 in Urdu 31 “ मगर मुर्दों के जी उठने के बारे मे ““ख़ुदा”” ने तुम्हें फ़रमाया था, क्या तुम ने वो नहीं पढ़ा?”
Mark 2:17 in Urdu 17 ईसा' ने ये सुनकर उनसे कहा, तन्दरुस्तों को हकीम की ज़रुरत नहीं “बल्कि बीमारों को; में रास्तबाज़ों को नहीं बल्कि गुनाहगारों को बुलाने आया हूँ।”
Mark 12:26 in Urdu 26 मगर इस बारे में कि मुर्दे जी उठते हैं‘क्या तुम ने मूसा की किताब में झाड़ी के ज़िक्र में नहीं पढ़ा’कि ख़ुदा ने उससे कहा मै अब्रहाम का ख़ुदा और इज़्हाक़ का ख़ुदा और या'कूब का ख़ुदा हूँ।
Luke 5:32 in Urdu 32 मैं रास्तबाज़ों को नहीं बल्कि गुनाहगारों को तौबा के लिए बुलाने आया हूँ |
Luke 10:26 in Urdu 26 “ उसने उससे कहा, ““तौरेत में क्या लिखा है? तू किस तरह पढ़ता है?"””
Luke 15:3 in Urdu 3 उसने उनसे ये मिसाल कही ,
Luke 19:10 in Urdu 10 क्यूँकि इब्न-ए-आदम खोये हुए को ढूँडने और नजात देने के लिए आया है।”
Luke 24:47 in Urdu 47 फिर यरूशलम से शुरू करके उस के नाम में यह पैग़ाम तमाम क़ौमों को सुनाया जाएगा कि वह तौबा करके गुनाहों की मुआफ़ी पाएँ।
John 10:34 in Urdu 34 ईसा' ने कहा, “क्या यह तुम्हारी शरीअत में नहीं लिखा है कि खुदा ने फ़रमाया, ‘तुम ख़ुदा हो’?
Acts 2:38 in Urdu 38 पतरस ने उन से कहा, “तौबा करो और तुम में से हर एक अपने गुनाहों की मु'आफ़ी के लिऐ ईसा' मसीह के नाम पर बपतिस्मा ले तो तुम रूह-उल-क़ुद्दूस इना'म में पाओ गे।
Acts 3:19 in Urdu 19 पस तौबा करो और फिर जाओ ताकि तुम्हारे गुनाह मिटाए जाऐं ,और इस तरह “ख़ुदावन्द के हुज़ूर से ताज़गी के दिन आएं ।
Acts 5:31 in Urdu 31 उसी को ख़ुदा ने मालिक और मुन्जी ठहराकर अपने दहने हाथ से सर बलन्द किया, ताकि इस्राईल को तौबा की तौफ़ीक़ और गुनाहों की मु'आफ़ी बख़्शे ।
Acts 11:18 in Urdu 18 वो ये सुनकर चुप रहे और ख़ुदा की बड़ाई करके कहने लगे, “फिर तो बेशक ख़ुदा ने ग़ैर क़ौमों को भी ज़िन्दगी के लिए तौबा की तौफ़ीक़ दी है।”
Acts 17:30 in Urdu 30 पस, ख़ुदा जिहालत के वक़्तों से चश्म पोशी करके अब सब आदमियों को हर जगह हुक्म देता है । कि तौबा करें।
Acts 20:21 in Urdu 21 बल्कि यहूदियों और यूनानियों के रू-ब-रू गवाही देता रहा कि “ख़ुदा” के सामने तौबा करना और हमारे ख़ुदावन्द ईसा' मसीह पर ईमान लाना चाहिए।
Acts 26:18 in Urdu 18 कि तू उन की आँखें खोल दे ताकि अन्धेरे से रोशनी की तरफ़ और शैतान के इख़्तियार से “ख़ुदा” की तरफ़ रुजू लाएँ, और मुझ पर ईमान लाने के ज़रिये गुनाहों की मु'आफ़ी और मुक़द्दसों में शरीक हो कर मीरास पाएँ।’
Romans 2:4 in Urdu 4 या तू उसकी महरबानी और बरदाश्त और सब्र की दौलत को नाचीज़ जानता है और नहीं समझता कि ख़ुदा की महरबानी तुझ को तौबा की तरफ़ माएल करती है।
Romans 3:10 in Urdu 10 चुनाँचे लिखा है एक भी रास्तबाज़ नहीं ।
1 Corinthians 6:9 in Urdu 9 क्या तुम नहीं जानते कि बदकार ख़ुदा की बादशाही के वारिस न होंगे धोखा न खाओ न हरामकार ख़ुदा की बादशाही के वारिस होंगे न बुतपरस्त, न ज़िनाकार, न अय्याश, न लौंडे बाज़,
1 Timothy 1:13 in Urdu 13 अगरचे मैं पहले कुफ़्र बकनेवाला,और सताने वाला,और बे'इज़्ज़त करने वाला था;तोभी मुझ पर रहम हुआ,इस वास्ते कि मैंने बेईमानी की हालत में नादानी से ये काम किए थे।
2 Timothy 2:25 in Urdu 25 और मुख़ालिफ़ों को हलीमी से सिखाया करे शायद ख़ुदा उन्हें तौबा की तौफ़ीक़ बख़्शे ताकि वो हक़ को पहचानें
2 Peter 3:9 in Urdu 9 ख़ुदावन्द अपने वा'दे में देर नहीं करता, जैसी देर कुछ लोग समझते है; बल्कि तुम्हारे बारे में हलाकत नहीं चाहता बल्कि ये चाहता है कि सबकी तौबा तक नौबत पहुँचे |