Matthew 4:23 in Urdu 23 ईसा' पुरे गलील में फिरता रहा, और उनके इबादतख़ानों में तालीम देता, और बादशाही की ख़ुशख़बरी का एलान करता और लोगों की हर तरह की बीमारी और हर तरह की कमज़ोरी को दूर करता रहा।
Other Translations King James Version (KJV) And Jesus went about all Galilee, teaching in their synagogues, and preaching the gospel of the kingdom, and healing all manner of sickness and all manner of disease among the people.
American Standard Version (ASV) And Jesus went about in all Galilee, teaching in their synagogues, and preaching the gospel of the kingdom, and healing all manner of disease and all manner of sickness among the people.
Bible in Basic English (BBE) And Jesus went about in all Galilee, teaching in their Synagogues and preaching the good news of the kingdom, and making well those who were ill with any disease among the people.
Darby English Bible (DBY) And [Jesus] went round the whole [of] Galilee, teaching in their synagogues, and preaching the glad tidings of the kingdom, and healing every disease and every bodily weakness among the people.
World English Bible (WEB) Jesus went about in all Galilee, teaching in their synagogues, preaching the Gospel of the Kingdom, and healing every disease and every sickness among the people.
Young's Literal Translation (YLT) And Jesus was going about all Galilee teaching in their synagogues, and proclaiming the good news of the reign, and healing every disease, and every malady among the people,
Cross Reference Matthew 3:2 in Urdu 2 “तौबा करो, क्यूँकि आस्मान की बादशाही नज़दीक आ गई है।”
Matthew 8:16 in Urdu 16 जब शाम हुई तो उसके पास बहुत से लोगों को लाए; जिन में बदरूहें थी उसने बदरूहों को ज़बान ही से कह कर निकाल दिया; और सब बीमारों को अच्छा कर दिया।
Matthew 9:35 in Urdu 35 ईसा' सब शहरों और गाँव में फिरता रहा, और उनके इबादतख़ानों में ता'लीम देता और बादशाही की ख़ुशख़बरी का एलान करता और और हर तरह की बीमारी और हर तरह की कमज़ोरी दूर करता रहा।
Matthew 10:7 in Urdu 7 और चलते चलते ये एलान करना‘ आस्मान की बादशाही नज़दीक आ गई है।’
Matthew 11:5 in Urdu 5 ‘कि अन्धे देखते और लंगड़े चलते फिरते हैं; कोढ़ी पाक साफ़ किए जाते हैं और बहरे सुनते हैं और मुर्दे ज़िन्दा किए जाते हैं और ग़रीबों को ख़ुशख़बरी सुनाई जाती है।’
Matthew 12:9 in Urdu 9 वो वहाँ से चलकर उन के इबादतख़ाने में गया।
Matthew 13:19 in Urdu 19 जब कोई बादशाही का कलाम सुनता है और समझता नहीं तो जो उसके दिल में बोया गया था उसे वो शैतान छीन ले जाता है ये वो है जो राह के किनारे बोया गया था।
Matthew 13:54 in Urdu 54 और अपने वतन में आकर उनके इबादतख़ाने में उनको ऐसी ता'लीम देने लगा; कि वो हैरान होकर कहने लगे; इस में ये हिकमत और मो'जिज़े कहाँ से आए?
Matthew 14:14 in Urdu 14 उसने उतर कर बड़ी भीड़ देखी और उसे उन पर तरस आया; और उसने उनके बीमारों को अच्छा कर दिया।
Matthew 15:30 in Urdu 30 और एक बड़ी भीड़ लंगड़ों, अन्धों, गूँगों, टुन्डों और बहुत से और बीमारों को अपने साथ लेकर उसके पास आई और उनको उसके पाँवों में डाल दिया; उसने उन्हें अच्छा कर दिया।
Matthew 24:14 in Urdu 14 और बादशाही की इस ख़ुशख़बरी का एलान तमाम दुनिया में होगा, ताकि सब क़ौमों के लिए गवाही हो, तब खात्मा होगा।
Mark 1:14 in Urdu 14 फिर यूहन्ना के पकड़वाए जाने के बा'द ईसा' गलील में आया और ख़ुदा की ख़ुशख़बरी का एलान करने लगा।
Mark 1:21 in Urdu 21 फिर वो कफ़रनहूम में दाख़िल हुए, और वो फ़ौरन सब्त के दिन इबादतख़ाने में जाकर ता'लीम देने लगा।
Mark 1:32 in Urdu 32 शाम को सूरज डूबने के बाद लोग बहुत से बीमारों को उसके पास लाए।
Mark 1:39 in Urdu 39 और वो पूरे गलील में उनके इबादतख़ाने में जा जाकर एलान करता और बदरूहों को निकालता रहा।
Mark 3:10 in Urdu 10 क्यूंकि उसने बहुत लोगों को अच्छा किया था, चुनाँचे जितने लोग जो सख़्त बीमारियों में गिरफ़्तार थे,उस पर गिरे पड़ते थे, कि उसे छू लें।
Mark 6:2 in Urdu 2 “ जब सब्त का दिन आया “तो वो इबादत खाने में ता'लीम देने लगा और बहुत लोग सुन कर हैरान हुए और कहने लगे, ““ये बातें इस में कहाँ से आ गईं? और ये क्या हिकमत है जो इसे बख़्शी गई और कैसे मो'जिज़े इसके हाथ से ज़ाहिर होते हैं।?”
Mark 6:6 in Urdu 6 और उस ने उनकी बे'ऐतिकादी पर ता'अज्जुब किया और वो चारों तरफ़ के गावँ में ता'लीम देता फिरा।
Luke 4:15 in Urdu 15 और वो उनके 'इबादतखानों में ता'लीम देता रहा और सब उसकी बड़ाई करते रहे |
Luke 4:40 in Urdu 40 और सूरज के डूबते वक़्त वो सब लोग जिनके यहाँ तरह-तरह की बीमारियों के मरीज़ थे, उन्हें उसके पास लाए और उसने उनमें से हर एक पर हाथ रख कर उन्हें अच्छा किया |
Luke 4:43 in Urdu 43 “ उसने उनसे कहा, ““मुझे और शहरों में भी ख़ुदा की बादशाही की खुशखबरी सुनाना ज़रूर है, क्यूँकि मैं इसी लिए भेजा गया हूँ |""”
Luke 5:17 in Urdu 17 और एक दिन ऐसा हुआ कि वो ता'लीम दे रहा था और फरीसी और शरा' के मु'अल्लिम वहाँ बैठे हुए थे जो गलील के हर गावँ और यहूदिया और यरूशलीम से आए थे | और खुदावन्द की कुदरत शिफ़ा बख्शने को उसके साथ थी |
Luke 6:17 in Urdu 17 और वो उनके साथ उतर कर हमवार जगह पर खड़ा हुआ, और उसके शागिर्दों की बड़ी जमा'अत और लोगों की बड़ी भीड़ वहाँ थी, जो सारे यहुदिया और यरूशलीम और सूर और सैदा के बहरी किनारे से उसकी सुनने और अपनी बीमारियों से शिफ़ा पाने के लिए उसके पास आई थी |
Luke 7:22 in Urdu 22 “ उसने जवाब में उनसे कहा, ““जो कुछ तुम ने देखा और सुना है जाकर युहन्ना से बयान कर दो कि अन्धे देखते, लंगड़े चलते फिरते हैं, कोढ़ी पाक साफ़ किए जाते हैं, बहरे सुनते हैं मुर्दे ज़िन्दा किए जाते हैं, गरीबों को खुशखबरी सुनाई जाती है |”
Luke 8:1 in Urdu 1 थोड़े 'अरसे के बा'द यूँ हुआ कि वो एलान करता और खुदा की बादशाही की खुशखबरी सुनाता हुआ शहर-शहर और गावँ-गावँ फिरने लगा, और वो बारह उसके साथ थे |
Luke 9:11 in Urdu 11 ये जानकर भीड़ उसके पीछे गई और वो ख़ुशी के साथ उनसे मिला और उनसे खुदा की बादशाही की बातें करने लगा, और जो शिफ़ा पाने के मुहताज थे उन्हें शिफ़ा बख्शी |
Luke 10:9 in Urdu 9 और वहाँ के बीमारों को अच्छा करो और उनसे कहो, 'खुदा की बादशाही तुम्हारे नज़दीक आ पहुँची है |'
Luke 13:10 in Urdu 10 फिर वो सबत के दिन किसी 'इबादतखाने में ता'लीम देता था |
Luke 20:1 in Urdu 1 एक दिन जब वह बैत-उल-मुक़द्दस में लोगों को तालीम दे रहा और खुदा वंद की ख़ुशख़बरी सुना रहा था तो रहनुमा इमाम, शरीअत के उलमा और बुज़ुर्ग उस के पास आए।
John 6:59 in Urdu 59 ये बातें उसने कफरनहूम के एक'इबादत खाने में ता'लीम देते वक़्त कहीं|
John 7:1 in Urdu 1 इन बातों के बा'द'ईसा'गलील में फिरता रहा क्योंकि यहूदिया में फिरना न चाहता था,इसलिये कि यहूदी उसके कत्ल की कोशिश में थे
John 18:20 in Urdu 20 ईसा ने जवाब में कहा, “मैं ने दुनिया में खुल कर बात की है। मैं हमेशा यहूदी इबादतख़ानों और बैत-उल-मुक़द्दस में तालीम देता रहा, वहाँ जहाँ तमाम यहूदी जमा हुआ करते हैं। पोशीदगी में तो मैं ने कुछ नहीं कहा।
Acts 5:15 in Urdu 15 यहां तक कि लोग बीमारों को सड़कों पर ला लाकर चार पाइयों और ख़टोलो पर लिटा देते थे, ताकि जब पतरस आए तो उसका साया ही उन में से किसी पर पड़ जाए ।
Acts 9:13 in Urdu 13 हननियाह ने जावाब दिया कि “ऐ ख़ुदावन्द, मैं ने बहुत से लोगों से इस शख़्स का ज़िक्र सुना है, कि इस ने यरूशलीम में तेरे मुक़द्दसों के साथ कैसी कैसी बुराइयां की हैं।
Acts 10:38 in Urdu 38 कि ख़ुदा ने ईसा' नासरी को रूह -उल -क़ुद्दूस और क़ुदरत से किस तरह मसह किया, वो भलाई करता और उन सब को जो इब्लीस के हाथ से ज़ुल्म उठाते थे शिफ़ा देता फिरा, क्यूकि ख़ुदा उसके साथ था।
Acts 18:4 in Urdu 4 और वो हर सबत को इबादतख़ाने में बहस करता और यहूदियों और यूनानियों को तैयार करता था।
Acts 20:25 in Urdu 25 और अब देखो मैं जानता हूँ कि तुम सब जिनके दर्मियान मैं बादशाही का एलान करता फिरा, मेरा मुँह फिर न देखोगे।
Romans 10:15 in Urdu 15 और जब तक वो भेजे न जाएँ ऐलान क्यूँकर करें? चुनाचे लिखा है “क्या ही ख़ुशनुमा हैं उनके क़दम जो अच्छी चीज़ों की ख़ुशख़बरी देते हैं।”