Matthew 25:40 in Urdu 40 बादशाह जवाब में उन से कहेगा‘मैं तुम से सच कहता हूँ कि तुम ने मेरे सब से छोटे भाइयों में से किसी के साथ ये सुलूक किया, तो मेरे ही साथ किया।’
Other Translations King James Version (KJV) And the King shall answer and say unto them, Verily I say unto you, Inasmuch as ye have done it unto one of the least of these my brethren, ye have done it unto me.
American Standard Version (ASV) And the King shall answer and say unto them, Verily I say unto you, Inasmuch as ye did it unto one of these my brethren, `even' these least, ye did it unto me.
Bible in Basic English (BBE) And the King will make answer and say to them, Truly I say to you, Because you did it to the least of these my brothers, you did it to me.
Darby English Bible (DBY) And the King answering shall say to them, Verily, I say to you, Inasmuch as ye have done it to one of the least of these my brethren, ye have done it to me.
World English Bible (WEB) "The King will answer them, 'Most assuredly I tell you, inasmuch as you did it to one of the least of these my brothers{The word for "brothers" here may be also correctly translated "brothers and sisters" or "siblings."}, you did it to me.'
Young's Literal Translation (YLT) `And the king answering, shall say to them, Verily I say to you, Inasmuch as ye did `it' to one of these my brethren -- the least -- to me ye did `it'.
Cross Reference Matthew 10:40 in Urdu 40 जो तुम को क़ुबूल करता है वो मुझे क़ुबूल करता है और जो मुझे क़ुबूल करता है वो मेरे भेजने वाले को क़ुबूल करता है ।
Matthew 10:42 in Urdu 42 और जो कोई शागिर्द के नाम से इन छोटों मे से किसी को सिर्फ़ एक प्याला ठंडा पानी ही पिलाएगा; मैं तुम से सच कहता हूँ वो अपना अज्र हरगिज़ न खोएगा।”
Matthew 12:49 in Urdu 49 फिर अपने शागिर्दों की तरफ़ हाथ बढ़ा कर कहा, “देखो, मेरी माँ और मेरे भाई ये हैं।
Matthew 18:5 in Urdu 5 और जो कोई ऐसे बच्चे को मेरे नाम पर क़ुबूल करता है; वो मुझे क़ुबूल करता है।
Matthew 18:10 in Urdu 10 ख़बरदार! इन छोटों में से किसी को नाचीज़ न जानना। क्यूँकि मैं तुम से कहता हूँ; कि आसमान पर उनके फ़रिश्ते मेरे आसमानी बाप का मुँह हर वक़्त देखते हैं।
Matthew 25:34 in Urdu 34 उस वक़्त बादशाह अपनी तरफ़ वालों से कहेगा‘आओ मेरे बाप के मुबारक लोगो, जो बादशाही दुनियां बनाने से पहले से तुम्हारे लिए तैयार की गई है उसे मीरास में ले लो।
Matthew 28:10 in Urdu 10 इस पर ईसा' ने उन से कहा, “डरो नहीं। जाओ, मेरे भाइयों से कहो कि गलील को चले जाएँ, वहाँ मुझे देखेंगे।”
Mark 3:34 in Urdu 34 और उन पर जो उसके पास बैठे थे नज़र करके कहा “देखो,मेरी माँ और मेरे भाई ये हैं।
Mark 9:41 in Urdu 41 जो कोई एक प्याला पानी तुम को इसलिए पिलाए कि तुम मसीह के हो मैं तुम से सच कहता हूँ कि वो अपना अज्र हरगिज़ न खोएगा।
John 19:26 in Urdu 26 जब ईसा ने अपनी माँ को उस शागिर्द के साथ खड़े देखा जो उसे प्यारा था तो उस ने कहा, “ऐ ख़ातून, देखें आप का बेटा यह है।”
John 20:17 in Urdu 17 ईसा ने कहा, “मुझे मत छू , क्यूँकि अभी मैं ऊपर, बाप के पास नहीं गया। लेकिन भाइयों के पास जा और उन्हें बता, ‘मैं अपने बाप और तुम्हारे बाप के पास वापस जा रहा हूँ, अपने ख़ुदा और तुम्हारे ख़ुदा के पास’।”
John 21:15 in Urdu 15 खाने के बाद ईसा शमाऊन पतरस से मुख़ातिब हुआ, “यूहन्ना के बेटे शमाऊन, क्या तू इन की निस्बत मुझ से ज़्यादा मुहब्बत करता है?”
Acts 9:4 in Urdu 4 और वो ज़मीन पर गिर पड़ा और ये आवाज़ सुनी “ऐ साऊल,ऐ साऊल, तू मुझे क्यूँ सताता है?”
Romans 8:29 in Urdu 29 क्यूँकि जिनको उसने पहले से जाना उनको पहले से मुक़र्रर भी किया कि उसके बेटे के हमशक्ल हों, ताकि वो बहुत से भाइयों में पहलौठा ठहरे।
1 Corinthians 16:21 in Urdu 21 मैं पौलुस अपने हाथ से सलाम लिखता हूँ।
2 Corinthians 4:5 in Urdu 5 क्यूँकि हम अपनी नहीं बल्कि मसीह ईसा' का ऐलान करते हैं कि वो ख़ुदावन्द है और अपने हक़ में ये कहते हैं कि ईसा' की ख़ातिर तुम्हारे ग़ुलाम हैं।
2 Corinthians 5:14 in Urdu 14 क्यूँकि मसीह की मुहब्बत हम को मजबूर कर देती है इसलिए कि हम ये समझते है कि जब एक सब के वास्ते मरा तो सब मर गए।
2 Corinthians 8:7 in Urdu 7 पस जैसे तुम हर बात में ईमान और कलाम और इल्म और पूरी सरगर्मी और उस मुहब्बत में जो हम से आगे हो गए हो, वैसे ही इस ख़ैरात के काम में आगे ले जाओ।
Galatians 5:6 in Urdu 6 और मसीह ईसा' में न तो ख़तना कुछ काम का है न नामख़्तूनी मगर ईमान जो मुहब्बत की राह से असर करता है|
Galatians 5:13 in Urdu 13 ऐ भाइयों! तुम आज़ादी के लिए बुलाए तो गए हो,मगर ऐसा न हो कि ये आज़ादी जिस्मानी बातों का मौक़ा, बने; बल्कि मुहब्बत की राह पर एक दूसरे की ख़िदमत करो|
Galatians 5:22 in Urdu 22 मगर रूह का फल मुहब्बत, ख़ुशी, इत्मिनान, सब्र, मेहरबनी, नेकी, ईमानदारी
Ephesians 5:30 in Urdu 30 इसलिए कि हम उसके बदन के 'हिस्सा हैं।
1 Thessalonians 4:9 in Urdu 9 मगर भाई-चारे की मुहब्बत के ज़रिये तुम्हें कुछ लिखने की हाजत नहीं क्योंकि तुम ने आपस में मुहब्बत करने की”ख़ुदा” से ता'लीम पा चुके हो।
Hebrews 2:11 in Urdu 11 इसलिए कि पाक करने वाला और पाक होनेवाला सब एक ही नस्ल से हैं, इसी ज़रिए वो उन्हें भाई कहने से नहीं शरमाता |
Hebrews 6:10 in Urdu 10 क्यूँकि ख़ुदा बेइन्साफ़ नहीं है। वह आप का काम और वह मुहब्बत नहीं भूलेगा जो आप ने उस का नाम ले कर ज़ाहिर की जब आप ने पाक लोगों की ख़िदमत की बल्कि आज तक कर रहे हैं।
1 Peter 1:22 in Urdu 22 चूँकि तुम ने हक़ की ताबे 'दारी से अपने दिलों को पाक किया है,जिससे भाइयों की बे'रिया मुहब्बत पैदा हुई, इसलिए दिल-ओ-जान से आपस में बहुत मुहब्बत रख्खो|
1 John 3:14 in Urdu 14 हम तो जानते हैं कि मौत से निकलकर ज़िन्दगी में दाख़िल हो गए ,क्यूँकि हम भाइयों से मुहब्बत रखते हैं |जो मुहब्बत नहीं रखता वो मौत की हालत में रहता है |
1 John 4:7 in Urdu 7 ऐ अज़ीज़ों! हम इस वक़्त ख़ुदा के फ़र्ज़न्द है ,और अभी तक ये ज़ाहिर नहीं हुआ कि हम क्या कुछ होंगे !इतना जानते हैं कि जब वो ज़ाहिर होगा तो हम भी उसकी तरह होंगे,क्यूँकि उसको वैसा ही देखेंगे जैसा वो है |
1 John 4:20 in Urdu 20 अगर कोई कहे ,“मैं ख़ुदा से मुहब्बत रखता हूँ “ और वो अपने भाई से 'दुश्मनी रख्खे तो झुटा है :क्यूँकि जो अपने भाई से जिसे उसने देखा है मुहब्बत नहीं रखता ,वो ख़ुदा से भी जिसे उसने नहीं देखा मुहब्बत नहीं रख सकता |