Mark 8:34 in Urdu 34 फिर उसने भीड़ को अपने शागिर्दों समेत पास बुला कर उनसे कहा,“अगर कोई मेरे पीछे आना चाहे तो अपने आप से इन्कार करे और अपनी सलीब उठाए, और मेरे पीछे हो ले।
Other Translations King James Version (KJV) And when he had called the people unto him with his disciples also, he said unto them, Whosoever will come after me, let him deny himself, and take up his cross, and follow me.
American Standard Version (ASV) And he called unto him the multitude with his disciples, and said unto them, If any man would come after me, let him deny himself, and take up his cross, and follow me.
Bible in Basic English (BBE) And turning to the mass of people with his disciples, he said to them, If any man has the desire to come after me, let him give up all other desires, and take up his cross and come after me.
Darby English Bible (DBY) And having called the crowd with his disciples, he said to them, Whoever desires to come after me, let him deny himself, and take up his cross and follow me.
World English Bible (WEB) He called the multitude to himself with his disciples, and said to them, "Whoever wants to come after me, let him deny himself, and take up his cross, and follow me.
Young's Literal Translation (YLT) And having called near the multitude, with his disciples, he said to them, `Whoever doth will to come after me -- let him disown himself, and take up his cross, and follow me;
Cross Reference Matthew 5:29 in Urdu 29 पस अगर तेरी दहनी आँख तुझे ठोकर खिलाए तो उसे निकाल कर अपने पास से फेंक दे; क्यूँकि तेरे लिए यही बेहतर है; कि तेरे आ'ज़ा में से एक जाता रहे और तेरा सारा बदन जहन्नुम में न डाला जाए।
Matthew 7:13 in Urdu 13 तंग दरवाज़े से दाख़िल हो, क्यूँकि वो दरवाज़ा चौड़ा है, और वो रास्ता चौड़ा है जो हलाकत को पहुँचाता है; और उससे दाख़िल होने वाले बहुत हैं।
Matthew 10:38 in Urdu 38 जो कोई अपनी सलीब न उठाए और मेरे पीछे न चले वो मेरे लायक़ नहीं।
Matthew 16:24 in Urdu 24 उस वक़्त ईसा' ने अपने शागिर्दों से कहा; अगर कोई मेरे पीछे आना चाहे तो अपने आपका इन्कार करे; अपनी सलीब उठाए और मेरे पीछे हो ले।
Matthew 27:32 in Urdu 32 जब बाहर आए तो उन्होंने शमा'ऊन नाम एक कुरेनी आदमी को पाकर उसे बेगार में पकड़ा,कि उसकी सलीब उठाए।
Mark 7:14 in Urdu 14 और वो लोगों को फिर पास बुला कर उनसे कहने लगा, “ तुम सब मेरी सुनो और समझो।
Mark 9:43 in Urdu 43 अगर तेरा हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल टुंडा हो कर ज़िन्दगी में दाख़िल होना तेरे लिए इससे बेहतर है कि दो हाथ होते जहन्नुम के बीच उस आग में जाए जो कभी बुझने की नहीं।।
Mark 10:21 in Urdu 21 ईसा' ने उसको देखा और उसे उस पर प्यार आया और उससे कहा; एक बात की तुझ में कमी है? जा, जो कुछ तेरा है बेच कर ग़रीबों को दे तुझे आसमान पर ख़ज़ाना मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले।”
Luke 9:23 in Urdu 23 “ और उसने सब से कहा, ““अगर कोई मेरे पीछे आना चाहे तो अपने आप से इनकार करे और हर रोज़ अपनी सलीब उठाए और मेरे पीछे हो ले |”
Luke 13:24 in Urdu 24 “ उसने उनसे कहा, ““मेहनत करो कि तंग दरवाज़े से दाखिल हो, क्यूँकि मैं तुम से कहता हूँ कि बहुत से दाख़िल होने की कोशिश करेंगे और न हो सकेंगे |""”
Luke 14:26 in Urdu 26 “अगर कोई मेरे पास आए, और बच्चों और भाइयों और बहनों बल्कि अपनी जान से भी दुश्मनी न करे तो मेरा शागिर्द नहीं हो सकता |
Luke 14:33 in Urdu 33 पस इसी तरह तुम में से जो कोई अपना सब कुछ छोड़ न दे, वो मेरा शागिर्द नहीं हो सकता |
Luke 18:22 in Urdu 22 “ ईसा' ने ये सुनकर उससे कहा, ““अभी तक तुझ में एक बात की कमी है, अपना सब कुछ बेचकर गरीबों को बाँट दे; तुझे आसमान पर खज़ाना मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले |""”
Luke 20:45 in Urdu 45 जब लोग सुन रहे थे तो उस ने अपने शागिर्दों से कहा,
John 10:27 in Urdu 27 मेरी भेड़ें मेरी आवाज़ सुनती हैं। मैं उन्हें जानता हूँ और वह मेरे पीछे चलती हैं।
John 13:36 in Urdu 36 “ पतरस ने पूछा, “ख़ुदावन्द, आप कहाँ जा रहे हैं?”ईसा' ने जवाब दिया जहाँ में जाता हूँ अब तो तू मेरे पीछे आ नहीं सकता लेकिन बाद में तू मेरे पीछे आ जायेगा”” |”
John 19:17 in Urdu 17 वह अपनी सलीब उठाए शहर से निकला और उस जगह पहुँचा जिस का नाम खोपड़ी (अरामी ज़बान में गुल्गुता) था।
John 21:19 in Urdu 19 (ईसा की यह बात इस तरफ़ इशारा था कि पतरस किस क़िस्म की मौत से खुदा को जलाल देगा।) फिर उस ने उसे बताया, “मेरे पीछे चल।”
Acts 14:22 in Urdu 22 और शागिर्दों के दिलों को मज़बूत करते, और ये नसीहत देते थे, कि ईमान पर क़ायम रहो और कहते थे “ज़रुर है कि हम बहुत मुसीबतें सहकर “ख़ुदा” की बादशाही में दाख़िल हों।”
Romans 6:6 in Urdu 6 चुनाँचे हम जानते हैं कि हमारी पूरानी इन्सानियत उसके साथ इसलिए मस्लूब की गई कि गुनाह का बदन बेकार हो जाए ताकि हम आगे को गुनाह की ग़ुलामी में न रहें।
Romans 8:17 in Urdu 17 और अगर फ़र्ज़न्द हैं तो वारिस भी हैं या'नी ख़ुदा के वारिस और मसीह के हम मीरास बशर्ते कि हम उसके साथ दुख उठाएँ ताकि उसके साथ जलाल भी पाएँ।
Romans 15:1 in Urdu 1 ग़रज़ हम ताक़तवरों को चाहिए कि कमज़ोरों के कमज़ोरियों की रि'आयत करें न कि अपनी ख़ुशी करें।
1 Corinthians 4:9 in Urdu 9 मेरी दानिस्त में ख़ुदा ने हम रसूलों को सब से अदना ठहराकर उन लोगों की तरह पेश किया है जिनके क़त्ल का हुक्म हो चुका हो; क्यूँकि हम दुनिया और फ़रिश्तों और आदमियों के लिए एक तमाशा ठहरे।
1 Corinthians 8:13 in Urdu 13 इस वजह से अगर खाना मेरे भाई को ठोकर खिलाए तो मैं कभी हरगिज़ गोश्त न खाऊँगा, ताकि अपने भाई के लिए ठोकर की वजह न बनूँ।
1 Corinthians 9:19 in Urdu 19 अगरचे मैं सब लोगों से आज़ाद हूँ फिर भी मैंने अपने आपको सबका ग़ुलाम बना दिया है ताकि और भी ज़्यादा लोगों को खींच लाऊँ।
1 Corinthians 15:31 in Urdu 31 ऐ भाइयों! उस फ़ख़्र की क़सम जो हमारे ईसा' मसीह में तुम पर है में हर रोज मरता हूँ|
Galatians 2:20 in Urdu 20 मैं मसीह के साथ मसलूब हुआ हूं; और अब मैं ज़िंदा न रहा बल्कि मसीह मुझ में ज़िंदा है;और मैं जो अब जिस्म में ज़िन्दगी गुज़ारता हूँ तो ख़ुदा के बेटे पर ईमान लाने से गुज़ारता हूं,जिसने मुझ से मुहब्बत रखी और अपने आप को मेरे लिए मौत के हवाले कर दिया|
Galatians 5:24 in Urdu 24 और जो मसीह ईसा' के हैं उन्होंने जिस्म को उसकी रगबतों और ख्वाहिशों समेत सलीब पर खींच दिया है|
Galatians 6:14 in Urdu 14 लेकिन ख़ुदा न करे कि मैं किसी चीज पर फ़ख्र ,करूं सिवा अपने ख़ुदावन्द मसीह ईसा' की सलीब के, जिससे दुनिया मेरे ए'तिबार से|
Philippians 3:7 in Urdu 7 लेकिन जितनी चीज़ें मेरे नफ़े ' की थी उन्ही को मैंने मसीह की ख़ातिर नुक़्सान समझ लिया है|
Philippians 3:10 in Urdu 10 और मैं उसको और उसके जी उठने की क़ुदरत को, और उसके साथ दुखों में शरीक होने को मा'लूम करूँ, और उसकी मौत से मुशाबहत पैदा करूँ
Colossians 1:24 in Urdu 24 अब मैं उन दुखों के ज़रिए ख़ुशी मनाता हूँ जो मैं तुम्हारी ख़ातिर उठा रहा हूँ। क्यूँकि मैं अपने जिस्म में मसीह के बदन यानी उस की जमाअत की ख़ातिर मसीह की मुसीबतों की वह कमियाँ पूरी कर रहा हूँ जो अब तक रह गई हैं।
Colossians 3:5 in Urdu 5 चुनाँचे उन दुनियावी चीज़ों को मार डालो जो तुम्हारे अन्दर काम कर रही हैं : ज़िनाकारी, नापाकी, शहवतपरस्ती, बुरी ख़्वाहिशात और लालच (लालच तो एक क़िस्म की बुतपरस्ती है)।
2 Thessalonians 3:11 in Urdu 11 हम सुनते हैं कि तुम में कुछ बेक़ाइदा चलते हैं और कुछ काम नहीं करते; बल्कि औरों के काम में दख़ल अंदाजी करते हैं।
Titus 2:12 in Urdu 12 और हमें तालीम देता है ताकि बेदीनी और दुनयावी ख़्वाहिशों का इन्कार करके इस मौजूदा जहान में परहेज़गारी और रास्तबाज़ी और दीनदारी के साथ ज़िन्दगी गुज़ारें;
Hebrews 13:13 in Urdu 13 इस लिए आएँ, हम ख़ेमागाह से निकल कर उस के पास जाएँ और उस की बेइज़्ज़ती में शरीक हो जाएँ।
1 Peter 4:1 in Urdu 1 पस जबकि मसीह ने जिस्म के ऐ'तिबार से दुःख उठाया, तो तुम भी ऐसे ही मिज़ाज इख़्तियार करके हथियारबन्द बनो; क्योंकि जिसने जिस्म के ऐ'तबार से दुख उठाया उसने गुनाह से छुटकारा पाया |
1 Peter 4:13 in Urdu 13 बल्कि मसीह के दुखों में जूँ जूँ शरीक हो ख़ुशी करो, ताकि उसके जलाल के ज़हूर के वक़्त भी निहायत ख़ुश-ओ-ख़ुर्रम हो |
2 Peter 1:14 in Urdu 14 क्यूँकि हमारे ख़ुदावन्द ईसा' मसीह के बताने के मुवाफ़िक़, मुझे मा'लूम है कि मेरे ख़ेमे के गिराए जाने का वक़्त जल्द आनेवाला है |
1 John 3:16 in Urdu 16 हम ने मुहब्बत को इसी से जाना है कि उसने हमारे वास्ते अपनी जान दे दी ,और हम पर भी भाइयों के वास्ते जान देना फ़र्ज़ है |
Revelation 2:10 in Urdu 10 जो दुख तुझे सहने होंगे उनसे ख़ौफ़ न कर ,देखो शैतान तुम में से कुछ को क़ैद में डालने को है ताकि तुम्हारी आज़माइश पूरी हो और दस दिन तक मुसीबत उठाओगे जान देने तक वफ़ादार रहो तो में तुझे ज़िन्दगी का ताज दूँगा|