Luke 24:44 in Urdu 44 फिर उस ने उन से कहा, “यही है जो मैं ने तुम को उस वक़्त बताया था जब तुम्हारे साथ था कि जो कुछ भी मूसा की शरीअत, नबियों के सहीफ़ों और ज़बूर की किताब में मेरे बारे में लिखा है उसे पूरा होना है।”
Other Translations King James Version (KJV) And he said unto them, These are the words which I spake unto you, while I was yet with you, that all things must be fulfilled, which were written in the law of Moses, and in the prophets, and in the psalms, concerning me.
American Standard Version (ASV) And he said unto them, These are my words which I spake unto you, while I was yet with you, that all things must needs be fulfilled, which are written in the law of Moses, and the prophets, and the psalms, concerning me.
Bible in Basic English (BBE) And he said to them, These are the words which I said to you when I was still with you, how it was necessary for all the things which are in the writings of Moses and the prophets and in the Psalms about me, to be put into effect.
Darby English Bible (DBY) And he said to them, These [are] the words which I spoke to you while I was yet with you, that all that is written concerning me in the law of Moses and prophets and psalms must be fulfilled.
World English Bible (WEB) He said to them, "This is what I told you, while I was still with you, that all things which are written in the law of Moses, the prophets, and the psalms, concerning me must be fulfilled."
Young's Literal Translation (YLT) and he said to them, `These `are' the words that I spake unto you, being yet with you, that it behoveth to be fulfilled all the things that are written in the Law of Moses, and the Prophets, and the Psalms, about me.'
Cross Reference Matthew 16:21 in Urdu 21 उस वक़्त से ईसा' अपने शागिर्दों पर ज़ाहिर करने लगा “कि उसे ज़रूर है कि यरूशलीम को जाए और बुज़ुर्गों और सरदार काहिनों और आलिमों की तरफ़ से बहुत दु:ख उठाए; और क़त्ल किया जाए और तीसरे दिन जी उठे।”
Matthew 17:22 in Urdu 22 जब वो गलील में ठहरे हुए थे, ईसा' ने उनसे कहा, “इब्न-ए-आदम आदमियों के हवाले किया जाएगा।”
Matthew 20:18 in Urdu 18 “देखो; हम यरूशलीम को जाते हैं; और इबने आदम सरदार काहिनों और फ़क़ीहों के हवाले किया जाएगा; और वो उसके क़त्ल का हुक्म देंगे।
Matthew 26:54 in Urdu 54 मगर वो लिखे हुए का यूँ ही होना ज़रूर है क्यूँ कर पूरे होंगे?”
Matthew 26:56 in Urdu 56 मगर ये सब कुछ इसलिए हुआ कि नबियों की नबूव्वत पूरी हों।” इस पर सब शागिर्द उसे छोड़ कर भाग गये|
Mark 8:31 in Urdu 31 फिर वो उनको ता'लीम देने लगा “कि ज़रूर है कि इबने आदम बहुत दु:ख उठाए और बुज़ुर्ग और सरदार काहिन और आलिम उसे रद्द करें ”और वो क़त्ल किया जाए, और तीन दिन के बा'द जी उठे।
Mark 9:31 in Urdu 31 इसलिए कि वो अपने शागिर्दों को ता'लीम देता और उनसे कहता था इब्ने आदम आदमियों के हवाले किया जाएगा और वो उसे क़त्ल करेंगे और वो क़त्ल होने के तीन दिन बा'द जी उठेगा।”
Mark 10:33 in Urdu 33 देखो हम यरूशलीम को जाते हैं “और इब्ने आदम सरदार काहिनों फ़क़ीहों के हवाले किया जाएगा और वो उसके क़त्ल का हुक्म देंगे और उसे ग़ैर क़ौमों के हवाले करेंगे।
Luke 9:22 in Urdu 22 “ और कहा,” ज़रूर है इब्न-ए-आदम बहुत दुख उठाए और बुज़ुर्ग और सरदार काहिन और आलिम उसे रद्द करें और वो कत्ल किया जाए और तीसरे दिन जी उठे |""”
Luke 9:44 in Urdu 44 “ ““तुम्हारे कानों में ये बातें पड़ी रहें, क्यूँकि इब्न-ए-आदम आदमियों के हवाले किए जाने को है |""”
Luke 18:31 in Urdu 31 “ फिर उसने उन बारह को साथ लेकर उनसे कहा, ““देखो, हम यरूशलीम को जाते हैं, और जितनी बातें नबियों के ज़रिये लिखी गईं हैं, इब्न-ए-आदम के हक में पूरी होंगी |”
Luke 21:22 in Urdu 22 क्यूँकि यह इलाही ग़ज़ब के दिन होंगे जिन में वह सब कुछ पूरा हो जाएगा जो कलाम-ए-मुक़द्दस में लिखा है।
Luke 22:37 in Urdu 37 कलाम-ए-मुक़द्दस में लिखा है, ‘उसे मुज्रिमों में शुमार किया गया’ और मैं तुम को बताता हूँ, ज़रूरी है कि यह बात मुझ में पूरी हो जाए। क्यूँकि जो कुछ मेरे बारे में लिखा है उसे पूरा ही होना है।”
Luke 24:6 in Urdu 6 वह यहाँ नहीं है, वह तो जी उठा है। वह बात याद करो जो उस ने तुम से उस वक़्त कही जब वह गलील में था।
Luke 24:26 in Urdu 26 क्या जरूरी नहीं था कि मसीह यह सब कुछ झेल कर अपने जलाल में दाख़िल हो जाए?”
Luke 24:46 in Urdu 46 उस ने उन से कहा, “कलाम-ए-मुक़द्दस में यूँ लिखा है, मसीह दुख उठा कर तीसरे दिन मुर्दों में से जी उठेगा।
John 3:14 in Urdu 14 और जिस तरह मूसा ने साँप कोवीरानेमें ऊँचे पर चढ़ाया,उसी तरह ज़रूर है कि इब्न-ए-आदम भी ऊँचें पर चढ़ाया जाए;
John 5:39 in Urdu 39 तुम किताब-ए-मुकद्दस में ढूँढ़ते हो,क्यूँकिसमझते हो कि उसमें हमेशा की ज़िन्दगी तुम्हें मिलती है,और ये वो है जो मेरी गवाही देती है;
John 5:46 in Urdu 46 क्यूँकि अगर तुम मूसा का यकीन करते तो मेरा भी यकीन करते,इसलिए कि उसने मेरे हक़ में लिखा है|
John 16:4 in Urdu 4 (जिस ने यह देखा है उस ने गवाही दी है और उस की गवाही सच्ची है। वह जानता है कि वह हक़ीक़त बयान कर रहा है और उस की गवाही का मक़्सद यह है कि आप भी ईमान लाएँ।)
John 16:16 in Urdu 16 थोड़ी देर के बाद तुम मुझे नहीं देखोगे। फिर थोड़ी देर के बाद तुम मुझे दुबारा देख लोगे।”
John 17:11 in Urdu 11 अब से मैं दुनिया में नहीं हूँगा। लेकिन यह दुनिया में रह गए हैं जबकि मैं तेरे पास आ रहा हूँ। क़ुद्दूस बाप, अपने नाम में उन्हें मह्फ़ूज़ रख, उस नाम में जो तू ने मुझे दिया है, ताकि वह एक हों जैसे हम एक हैं।
John 19:24 in Urdu 24 इस लिए फ़ौजियों ने कहा, “आओ, इसे फाड़ कर तक़्सीम न करें बल्कि इस पर पर्ची डालें।” यूँ कलाम-ए-मुक़द्दस की यह पेशीनगोई पूरी हुई, “उन्हों ने आपस में मेरे कपड़े बाँट लिए और मेरे लिबास पर पर्ची डाला।” फ़ौजियों ने यही कुछ किया।
Acts 3:18 in Urdu 18 मगर जिन बातों की ख़ुदा ने सब नबियो की ज़बानी पहले ख़बर दी थी, कि उसका मसीह दुख उठाएगा ; वो उसने इसी तरह पूरी कीं।
Acts 3:22 in Urdu 22 चुनांचे मूसा ने कहा, कि “ख़ुदावन्द ख़ुदा तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझसा एक नबी पैदा करेगा जो कुछ वो तुम से कहे उसकी सुनना ।
Acts 7:37 in Urdu 37 ये वही मूसा है, जिसने बनी इस्राईल से कहा, ख़ुदा तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझ सा एक नबी पैदा करेगा ।
Acts 13:29 in Urdu 29 और जो कुछ उसके हक़ में लिखा था, जब उसको तमाम कर चुके तो उसे सलीब पर से उतार कर क़ब्र में रख्खा।
Acts 13:33 in Urdu 33 कि “ख़ुदा” ने ईसा' को जिला कर हमारी औलाद के लिए उसी वा'दे को पूरा किया‘ चुनांचे दूसरे मज़मूर में लिखा है, कि तू मेरा बेटा है, आज तू मुझ से पैदा हुआ।
Acts 17:2 in Urdu 2 और पौलुस अपने दस्तूर के मुवाफ़िक़ उनके पास गया, और तीन सबतो को किताब-ए- मुक़द्दस से उनके साथ बहस की।
1 Corinthians 15:3 in Urdu 3 चुनाँचे मैंने सब से पहले तुम को वही बात पहुँचा दी जो मुझे पहुँची थी; कि मसीह किताब-ए-'मुक़द्दस के मुताबिक़ हमारे गुनाहों के लिए मरा।
Hebrews 3:5 in Urdu 5 मूसा तो उसके सारे घर में ख़ादिम की तरह दियानतदार रहा, ताकि आइन्दा बयान होनेवाली बातों की गवाही दे |
Hebrews 7:1 in Urdu 1 यह मलिक-ए-सिद्क़, सालिम का बादशाह और ख़ुदा-ए-तआला का इमाम था। जब अब्राहम चार बादशाहों को शिकस्त देने के बाद वापस आ रहा था तो मलिक-ए-सिद्क़ उस से मिला और उसे बरकत दी।
Hebrews 9:8 in Urdu 8 इस से रूह-उल-क़ुद्दूस दिखाता है कि पाकतरीन कमरे तक रसाई उस वक़्त तक ज़ाहिर नहीं की गई थी जब तक पहला कमरा इस्तेमाल में था।
Hebrews 10:1 in Urdu 1 मूसा की शरीअत आने वाली अच्छी और असली चीज़ों की सिर्फ़ नक़ली सूरत और साया है। यह उन चीज़ों की असली शक्ल नहीं है। इस लिए यह उन्हें कभी भी कामिल नहीं कर सकती जो साल-ब-साल और बार बार ख़ुदा के हुज़ूर आ कर वही क़ुर्बानियाँ पेश करते रहते हैं।
1 Peter 1:11 in Urdu 11 उन्होंने इस बात की तहक़ीक़ की कि मसीह का रूह जो उस में था,और पहले मसीह के दुखों और उनके बा'द के जलाल की गवाही देता था, वो कौन से और कैसे वक़्त की तरफ़ इशारा करता था|
Revelation 19:10 in Urdu 10 और मैं उसे सिज्दा करने के लिए उसके पाँव पर गिरा | उसने मुझ से कहा, “ख़बरदार ! ऐसा न कर | मैं भी तेरा और तेरे उन भाइयों का हमख़िदमत हूँ, जो ईसा ' की गवाही देने पर क़ायम हैं | ख़ुदा ही को सिज्दा कर |” क्यूँकि ईसा ' की गवाही नबुव्वत की रूह है |