John 11:42 in Urdu 42 मैं तो जानता हूँ कि तू हमेशा मेरी सुनता है। लेकिन मैं ने यह बात पास खड़े लोगों की ख़ातिर की, ताकि वह ईमान लाएँ कि तू ने मुझे भेजा है।”
Other Translations King James Version (KJV) And I knew that thou hearest me always: but because of the people which stand by I said it, that they may believe that thou hast sent me.
American Standard Version (ASV) And I knew that thou hearest me always: but because of the multitude that standeth around I said it, that they may believe that thou didst send me.
Bible in Basic English (BBE) I was certain that your ears are at all times open to me, but I said it because of these who are here, so that they may see that you sent me.
Darby English Bible (DBY) but I knew that thou always hearest me; but on account of the crowd who stand around I have said [it], that they may believe that thou hast sent me.
World English Bible (WEB) I know that you always listen to me, but because of the multitude that stands around I said this, that they may believe that you sent me."
Young's Literal Translation (YLT) and I knew that Thou always dost hear me, but, because of the multitude that is standing by, I said `it', that they may believe that Thou didst send me.'
Cross Reference Matthew 12:22 in Urdu 22 उस वक़्त लोग उसके पास एक अंधे गूंगे को लाए; उसने उसे अच्छा कर दिया चुनाचे वो गूँगा बोलने और देखने लगा।
Matthew 26:53 in Urdu 53 क्या तू नहीं समझता कि मैं अपने बाप से मिन्नत कर सकता हूँ, और वो फ़रिश्तों के बारह पलटन से ज्यादा मेरे पास अभी मौजूद कर देगा?
John 3:17 in Urdu 17 क्यूँकि ख़ुदा ने बेटे को दुनिया में इसलिए नहीं भेजा कि दुनिया पर सज़ा का हुक्म करे,बल्कि इसलिए कि दुनिया उसके वसीले से नजात पाए|
John 6:38 in Urdu 38 क्यूँकि मैं आसमान से इसलिए नहीं उतरा हूँ कि अपनी मर्ज़ी के मुवाफ़िक'अमल करूँ,बल्किइसलिएकिअपने भेजनेवाले की मर्ज़ी के मुवाफ़िक'अमल करूँ|
John 7:28 in Urdu 28 “पस ईसा'ने हैकल में ता'लीम देते वक़्त पुकार कर कहा, ““तुम मुझे भी जानते हो,और ये भी जानते हो कि मैं कहाँ का हूँ;और मैं आप से नहीं आया,मगर जिसने मुझे भेजा है वो सच्चा है,उसको तुम नहीं जानते|”
John 8:16 in Urdu 16 और अगर मैं फ़ैसला करूं भी तो मेरा फैसला सच है; क्यूंकि मैं अकेला नहीं, बल्कि मैं हूँ और मेरा बाप है जिसने मुझे भेजा है |
John 8:29 in Urdu 29 “ और जिसने मुझे भेजा वो मेरे साथ है; उसने मुझे अकेला नहीं छोड़ा, क्यूंकि मैं हमेशा वही काम करता हूँ जो उसे पसंद आते हैं |""”
John 8:42 in Urdu 42 “ ईसा' ने उनसे कहा, ““अगर ख़ुदा तुम्हारा होता, तो तुम मुझ से मुहब्बत रखते; इसलिए कि मैं ख़ुदा में से निकला और आया हूँ, क्यूंकि मैं आप से नहीं आया बल्कि उसी ने मुझे भेजा |""”
John 9:24 in Urdu 24 एक बार फिर उन्हों ने सही हुए अंधे को बुलाया, “खुदा को जलाल दे, हम तो जानते हैं कि यह आदमी गुनाहगार है।”
John 10:36 in Urdu 36 तो फिर तुम कुफ़्र बकने की बात क्यूँ करते हो जब मैं कहता हूँ कि मैं खुदा का फ़र्ज़न्द हूँ? आख़िर बाप ने ख़ुद मुझे खास करके दुनिया में भेजा है।
John 11:22 in Urdu 22 लेकिन मैं जानती हूँ कि अब भी खुदा आप को जो भी माँगेंगे देगा।”
John 11:31 in Urdu 31 जो यहूदी घर में मरियम के साथ बैठे उसे तसल्ली दे रहे थे, जब उन्हों ने देखा कि वह जल्दी से उठ कर निकल गई है तो वह उस के पीछे हो लिए। क्यूँकि वह समझ रहे थे कि वह मातम करने के लिए अपने भाई की क़ब्र पर जा रही है।
John 11:45 in Urdu 45 उन यहूदियों में से जो मरियम के पास आए थे बहुत से ईसा' पर ईमान लाए जब उन्हों ने वह देखा जो उस ने किया।
John 12:27 in Urdu 27 अब मेरा दिल घबराता है। मैं क्या कहूँ? क्या मैं कहूँ, ‘ऐ बाप, मुझे इस वक़्त से बचाए रख’? नहीं, मैं तो इसी लिए आया हूँ।
John 17:8 in Urdu 8 क्यूँकि जो बातें तू ने मुझे दीं मैं ने उन्हें दी हैं। नतीजे में उन्हों ने यह बातें क़बूल करके हक़ीक़ी तौर पर जान लिया कि मैं तुझ में से निकल कर आया हूँ। साथ साथ वह ईमान भी लाए कि तू ने मुझे भेजा है।
John 17:21 in Urdu 21 ताकि सब एक हों। जिस तरह तू ऐ बाप, मुझ में है और मैं तुझ में हूँ उसी तरह वह भी हम में हों ताकि दुनिया यक़ीन करे कि तू ने मुझे भेजा है।
John 17:25 in Urdu 25 ऐ रास्तबाज , दुनिया तुझे नहीं जानती, लेकिन मैं तुझे जानता हूँ। और यह शागिर्द जानते हैं कि तू ने मुझे भेजा है।
John 20:31 in Urdu 31 लेकिन जितने दर्ज हैं उन का मक़्सद यह है कि आप ईमान लाएँ कि ईसा ही मसीह यानी खुदा का फ़र्ज़न्द है और आप को इस ईमान के वसीले से उस के नाम से ज़िन्दगी हासिल हो।
Romans 8:3 in Urdu 3 इसलिए कि जो काम शरी'अत जिस्म की वजह से कमज़ोर हो कर न कर सकी वो ख़ुदा ने किया; या'नी उसने अपने बेटे को गुनाह आलूदा जिस्म की सूरत में और गुनाह की क़ुर्बानी के लिए भेज कर जिस्म में गुनाह की सज़ा का हुक्म दिया।
Galatians 4:4 in Urdu 4 लेकिन जब वक़्त पूरा हो गया, तो ख़ुदा ने अपने बेटे को भेजा जो 'औरत से पैदा हुआ और शरी'अत के मातहत पैदा हुआ,
Hebrews 5:7 in Urdu 7 जब ईसा' इस दुनिया में था तो उस ने ज़ोर ज़ोर से पुकार कर और आँसू बहा बहा कर उसे दुआएँ और इल्तिजाएँ पेश कीं जो उसको मौत से बचा सकता था और ख़ुदा तरसी की वजह से उसकी सुनी गयी |
Hebrews 7:25 in Urdu 25 यूँ वह उन्हें अबदी नजात दे सकता है जो उस के वसीले से ख़ुदा के पास आते हैं, क्यूँकि वह अबद तक ज़िन्दा है और उन की शफ़ाअत करता रहता है।
1 John 4:9 in Urdu 9 जो मुहब्बत ख़ुदा को हम से है, वो इससे ज़ाहिर हुई कि ख़ुदा ने अपने इकलौते बेटे को दुनिया में भेजा है ताकि हम उसके वसीले से ज़िन्दा रहें |
1 John 4:14 in Urdu 14 और हम ने देख लिया है और गवाही देते हैं कि बाप ने बेटे को दुनिया का मुन्जी करके भेजा है |